श्री राम कथा सुनने भक्तो की भीड

Sptnews Multai by Ayub Khan
*मुलताई*/ श्री *राम* *कथा* का आयोजन 30 नवंबर 2022 से बैतूल जिले के मुलताई शहर में ताप्ती के पावन तट के समीप, छोटे तालाब के पास ,शहर के प्रतिष्ठित ,अग्रवाल (परिवार) द्वारा श्री राम कथा का आयोजन किया गया है! ज्ञात हो कि इस आयोजन को सफल बनाने में अग्रवाल परिवार के अग्रणी योगेश अग्रवाल अमित अग्रवाल ,गौरव अग्रवाल ने इस आयोजन की महत्ता एवं प्रयोजन पर रोशन डालते हुए बताया कि मुलताई में संत शिरोमणि पूज्य श्री श्री *शंभू* *शरण* *लाटा* जी के श्री मुख से, श्री राम कथा को श्रवण कर अपने जीवन को आडंबर रहित Pawan बनाने के लिए ही आयोजन किया है! यह अनोखा आध्यात्मिक आयोजन ९ दिवस तक चलने वाला है! हमारे सनातनी कालजई परंपरा को अक्षुण्ण बनाए रखने, वेदों से बेशकीमती मोतियों को चुन चुन कर सभी भक्त प्रेमियों के लिए *श्री* *राम* कथा का आयोजन *समूची व्यवस्था प्रदान की गई है! 9 दिन तक चलने वाले*श्री राम कथा *गुरु जी के श्री मुख से आध्यात्मिक अमृत वर्षा* *होगी* ! समय रोजाना दोपहर 2:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक किया गया है! इस पावन आयोजन में नगर के प्रबुद्ध वर्ग एवं आमजन की बड़ी संख्या में उत्साहजनक उपस्थिति दर्ज की जा रही है! आज के इस विषम परिस्थितियों में, हजारों हजार साल हमारी सनातनी संस्कृति धर्म की रक्षा के लिए ऐसे आयोजन की निरंतर ,निरंतरता बनी रहनी चाहिए! सनातन संस्कृति के मार्ग पर चलकर अनुगामी बन कर, श्री राम के त्याग तप, शौर्य, बलिदान के मार्ग पर चलने का मार्ग प्रशस्त करने का यह विहंगम अनूठा आयोजन है!, जोकि सुखद आध्यात्मिक अनुभूति से हम कृतार्थ होंगे और हम में से कोई भी इस आध्यात्मिक रामकथा के अमृत वर्षा के लाभ से वंचित नहीं होना चाहेगा! श्री ताप्ती जी के पावन तट से चलने वाली पुरवाई वैदिक रामकथा को स्पर्श करती हुई हवाएं ,नगर ही नहीं वरन चारों दिशाओं को आध्यात्मिकता के आलोक से आलोकित कर रही है !आइए कि , पुण्य के पुष्प चुनले ,यही हमारे काम आएंगे/ सनातनी धर्म के रक्षार्थ, प्रभु श्री राम जी के पग चिन्हों पर चले यही हमारे काम आएंगे /हम सबके हृदय द्वारे अभी-अभी श्री राम आएंगे! परम पूज्य गुरुदेव के बताए अनुसार गुरु वह जो तमस (अज्ञानता) को समाप्त करें ! तमस (अज्ञानता काअंधकार ) को समाप्त कर दे, समस्त गुरूर (घमंड )का हरण कर दें, ऐसे सद्गुरु के मुखारविंद से श्री राम कथा के श्रवण शरणागत से हमारा उद्धार का मार्ग प्रशस्त होता है तो हमें, श्री राम कथा का श्रवण कर अपने को कृतार्थ मानना चाहिए! और कहा गया है कि संपदा भी विपदा बन जाती है, संपत्ति भी विपत्ति बनकर सामने आती है! सत्संग से सुमिरन कर सदाचार ,संयम और आत्म ज्ञान की प्राप्ति कर अपने ज्ञान को प्रकाशित कर जीवन को सकारात्मक बनाने के लिए हमें श्री श्री श्री परम पूज्य गुरु जी के प्रवचन सुनने को उद्धत इसलिए भी होना चाहिए कि अपने मन मस्तिष्क मनो विकारों को समाप्त करना है !आध्यात्मिक चेतना सकारात्मक का प्रभाव होने पर ईश्वर से साक्षात करने का मार्ग प्रशस्त होता है! तो आइए अधिक से अधिक संख्या में हमें श्री राम कथा को श्रवण करना चाहिए क्योंकि मन की निर्मलता ही प्रभु के समीप पहुंचaती है !प्रभु प्राप्ति की पहली सीढ़ी shriram कथा श्रवण करने से मानस शुद्ध होगा तब ही चरित्र शुद्ध होगा! जब *राम* नाम से तो पत्थर भी तर जाते हैं तो हमें तारने का केवल राम नाम केवलम अमोघ शस्त्र है जो हमें भवसागर से पार लगा दे! *